द करंट स्टोरी, भोपाल। हबीबगंज से इटारसी के बीच बनने वाली तीसरी रेल लाइन के निमार्ण में डायनामाइट का उपयोग किया जा रहा है। पत्थरों को तोड़ने के लिए RVNL (Rail Vikas Nigam Limited) द्वारा जो ब्लास्टिंग कराई जा रही है उसमें कई तरह के सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जा रही है। ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
द करंट स्टोरी को प्राप्त जानकारी अनुसार, RVNL ने तीसरी रेल लाइन के निर्माण का कार्य KEC कंपनी को दिया है। उक्त कंपनी का कार्य निर्धारित समय से पीछे चल रहा है। कार्य को गति देने के लिए RVNL के अधिकारी और ठेकेदार ने मिलकर पत्थरों को तोड़ने के लिए मशीन की बजाय डायनामाइट से ब्लास्ट करने का निर्णय लिया।
इसके लिए बकायदा कलेक्टर से मंजूरी भी ली गई, लेकिन उक्त मंजूरी में उल्लेखित शर्तों को पूरा करने में RVNL और ठेकेदार नाकाम रहे हैं। आपको बता दें कि उक्त ब्लास्टिंग किसी एकांत क्षेत्र में नहीं बल्कि रहवासी क्षेत्र में की जा रही है। ऐसे में नियमों की अनदेखी करने से कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है।
द करंट स्टोरी ने इस पूरे मामले में ग्राउंड पर जाकर मुआयना किया तो पाया कि ब्लास्टिंग पारस सिटी और ईश्वर नगर के पास की जा रही है। यहां की आबादी लगभग 10000 है। ब्लास्टिंग के दौरान कई ऐसे मामले की भी जानकारी मिली जो कि अपने आप में एक बड़ी लापरवाही है।
कुछ सवाल:
-क्या आरवीएनएल और ठेकेदार के बीच हुए अनुबंध में ब्लास्टिंग की अनुमति है?
-यदि कोई अनहोनी होती है तो क्या आरवीएनएल के विकास अवस्थी सीधे तौर पर जिम्मेदार माने जाएंगे?
-ठेकेदार द्वारा की जा रही लापरवाहियों को आरवीएनएल क्यों नहीं देख रहा?
मामले की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट, द करंट स्टोरी की अगली रिपोर्ट में।
यहां पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट पार्ट 2:
तीसरी रेल लाइन में ब्लास्टिंग के दौरान कई नियमों का उल्लंघ: ग्राउंड रिपोर्ट पार्ट 2
Comment