द करंट स्टोरी, भोपाल। रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) द्वारा हबीबगंज से बरखेड़ा के बीच बनाई जा रही तीसरी रेल लाइन के निर्माण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। निर्माण कार्य के दौरान RVNL द्वारा डायनामाइट का उपयोग करके आबादी वाले क्षेत्र (ईश्वर नगर और पारस सिटी के पास) में ब्लास्टिंग की गई। इस दौरान कई शर्तों का उल्लंघन किया गया जिससे वहां मौजूद लोगों की जान पर खतरा मंडराता रहा।
द करंट स्टोरी ने मामले की पड़ताल के दौरान पाया कि RVNL और उसके ठेकेदार गंगा सिंह द्वारा खुलेआम नियमों को ठेंगा दिखाकर ब्लास्टिंग की गई।
31 मई को द करंट स्टोरी ने साइट पर मौजूद होकर ब्लास्टिंग की तैयारी देखी। इस दौरान कई खामियां दिखाई दीं। ठेकेदार के कर्मचारी साइट पर डायनामाइट लगाकर ब्लॉक का इंतजार कर रहे थे। समय लगभग दोपहर के 2 बजे का निधार्रित था। ठेकेदार गंगा सिंह और केईसी कंपनी के मैनेजर अजय सिंह सहित RVNL के इंजीनियर भी मौके पर थे।
द करंट स्टोरी से बातचीत के दौरान RVNL और ठेकेदार ने बताया कि सभी तैयारी पूरी कर ली गई है, जैसे ही ब्लॉक मिलेगा, ब्लास्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि उक्त ब्लास्टिंग की मंजूरी कलेक्टर से ले ली गई है और ब्लॉक मिलते ही 10 मिनट में ब्लास्ट कर दिया जाएगा।
इस दौरान द करंट स्टोरी ने ब्लास्टिंग वाली साइट के आसपास जाकर मुआयना किया। इस दौरान कई ऐसी शर्तों का उल्लंघन मिला जो कि कलेक्टर द्वारा जारी की गई मंजूरी में उल्लेखित थी।
यह खामियां आईं सामने:
-एंबुलेंस की गैर मौजूदगी
-फायर ब्रिगेड की गैर मौजूदगी
-बैरिकेट नदारद
-जिला प्रशासन का कोई भी सक्षम अधिकारी मौजूद नहीं था।
-पुलिस वाहन नदारद
-आसपास के रहवासी क्षेत्र में कोई भी अनाउंसमेंट नहीं
-ब्लास्टिंग एक्सपर्ट की गैर मौजूदगी
सीपीएम विकास अवस्थी ने साधी चुप्पी
मामले को लेकर जब द करंट स्टोरी ने RVNL के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर (सीपीएम) विकास अवस्थी से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया। उसके बाद उन्हें उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस से भी उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तब भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अवस्थी की इस चुप्पी से साफ है कि उन्होंने व उनके ठेकेदार ने नियमों का उल्लंघन किया है।
यहां यह बताना भी जरुरी है 30 मई को पुराने भोपाल में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जिसके चलते अगले दिन यानि कि 31 मई को ब्लास्टिंग के लिए पुलिस बल उपलब्ध कराना थोड़ा मुश्किल था।
नोट: कलेक्टर कार्यालय द्वारा जारी मंजूरी की कॉपी द करंट स्टोरी के पास है।
आगे ग्राउंड रिपोर्ट में पढ़ें:
-RVNL की लापरवाही पार्ट 3 में पढ़िए: कैसे ठेकेदारों के कर्मचारियों ने ली डायनामाइट के उपर सेल्फी
-RVNL की लापरवाही पार्ट 4 में पढ़िए: रहवासियों ने खोली पोल (विडियों फुटेज)
-RVNL की लापरवाही पार्ट 5 में पढ़िए: पुलिस के पास भी जानकारी का रिकॉर्ड नहीं
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