द करंट स्टोरी। मध्यप्रदेश विधानसभा में नवाचार का दौर जारी है, उसी क्रम में सोमवार को पहली बार सदन में पहुंचे विधायकों को ही सवाल पूछने का मौका दिया गया। सवाल लॉटरी प्रक्रिया के जरिए तय किए गए थे। विधानसभा में प्रश्नकाल शुरू होने से पहले विधानसभाध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा, "आज प्रष्न काल में केवल पहली बार के विधायक के प्रष्नों को लिया गया है, लाटरी उनकी ही निकाली गई है। सदस्यों से यह आग्रह है कि बिना भूिमका के सीधा प्रष्न करेंगे। प्रष्न में उनकी भूिमका लिखी गई है। मंत्रियों से भी आग्रह है कि पाइंटेड जवाब देंगे, जिससे जो प्रथम बार के विधायक है उनको एक अवसर मिले। वहीं अन्य सदस्यों से आग्रह है कि जब प्रथम बार का विधायक कोई प्रश्न कर रहा हो तो उसी को पूछने दें। अगल-बगल से उसको समर्थन मत करें।"
राज्य की विधानसभा में संभवत यह पहला ऐसा मौका था, जब विधानसभा में सिर्फ पहली बार के निर्वाचित सदस्यों को सवाल पूछने का मौका मिला। वरिष्ठ विधायक यशपाल सिसौदिया ने इस पहल का स्वागत किया और विधानसभा अध्यक्ष को बधाई दी। वहीं कृष्णा गौर ने कहा कि पहली बार के विधायकों को सवाल पूछने का मौका मिला है, जिसमें एक भी महिला नहीं है। विधानसभा में 20 महिला विधायक है, जिनमें तीन मंत्री है, मगर एक का भी सवाल नहीं है। इसलिए एक दिन महिलाओं के सवालों के लिए रखा जाए।
विधानसभाध्यक्ष गौतम ने कहा कि प्रश्न की लॉटरी महिलाओं ने ही निकाली है। सोमवार की प्रश्नावली में एक महिला विधायक राम बाई का भी सवाल है। इस पर कांग्रेस विधायक सज्जन वर्मा ने चुटकी ली और कहा कि कृष्णा गौर तो राम बाई को महिला मानती ही नहीं है।
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