सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी जिले में 6 लड़कियों ने आत्महत्या कर ली हैं। आप सोच रहे होंगे इसमें ऐसा क्या है। पर आश्चर्य वाली बात यह है कि यह सभी लड़कियां एक ही स्कूल की हैं और यह सारी आत्महत्याएं महज तीन हफ्ते के अंदर हुई है। एक बात जो सबको चौंका रही है वह यह कि इन लड़कियों ने कोई भी सूसाइड नोट नहीं छोड़ा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार, सीधी जिले से महज 16 किलोमीटर दूर, बहरी तहसील में पिछले 15 दिनों के अंदर 6 लड़कियों ने आत्महत्या कर ली। सभी लड़कियां सपही हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़तीं थीं। जहां एक ओर इसने स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों के माता-पिता के दिल में खौफ का माहौल पैदा कर दिया है, वहीं पुलिस को यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर सिर्फ तीन हफ्तों की अंदर 6 लड़कियों द्वारा आत्महत्या किए जाने के पीछे क्या कारण है।
इन सभी लड़कियों ने अपने घर में ही खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। किसी भी आत्महत्या के से कोई सुराग न मिलने के एक बड़ा कारण यह भी है कि इन लड़कियों ने अपने पीछे कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है, जिसके चलते पुलिस को भी मामले की छानबीन करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी रही है। पुलिस को अभी कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है।
यह सभी लड़कियां अलग-अलग कक्षाओं में पढ़ती थींं और इनकी उम्र भी अलग-अलग है। साथ ही, यह सभी लड़कियां अलग-अलग गांव की रहने वाली हैं। अभी तक की जांच से यह पता नहीं चल पाया है कि यह सभी लड़कियां किसी तरह से परेशान या डिप्रेशन की शिकार थीं। पुलिस का कहना है कि लगातार हो रही इन आत्म हत्याओं से अब अन्य लड़कियों के माता-पिता भी परेशान हैं। यह लड़कियां 9वीं और 11वीं में पढ़ती थीं।
कब किसने की आत्महत्या:
—आखिरी आत्महत्या 9 मार्च को हुई थी, जब 14 साल की रानी यादव ने गजराही गांव में अपने घर में आत्महत्या कर ली थी।
—5 मार्च को 17 साल की अकांक्षा शुक्ला ने कोठार गांव स्थित अपने घर में खुद को कुछ इसी तरह से फांसी लगाई थी।
—2 मार्च को तीन दिन पहले 18 साल की अमृता गुप्ता भी इसी तरह से कुबरी गांव के अपने घर में मृत पाई गई थी।
—27 फरवरी को कारोडी गांव में 11वीं की 16 वर्षीय छात्रा अनिता साहू ने खुद को अपने ही घर में फांसी लगाई थी।
—इनके अलावा अन्य दो लड़कियां दौरागांव की हैं।
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