द करंट स्टोरी, भोपाल। रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) की भोपाल स्थित प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेशन यूनिट (पीआईयू) के अधिकारियों के लिए नियम कायदे कोई मायने नहीं रखता। आला अधिकारियों के संरक्षण प्राप्त अधिकारी भ्रष्टाचार तो कर ही रहे हैं लेकिन अब इनकी लालच इतनी बढ़ गई है कि इनके द्वारा आम यात्रियों सहित वन्य जीवों की जान से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। हाल ही में प्रकाश में आए एक मामले में आरपीएफ ने RVNL पर यात्रियों की जान खतरें में डालने की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
द करंट स्टोरी को प्राप्त जानकारी अनुसार, 13 दिसंबर को दोपहर के लगभग एक बजे, भोपाल रेल मंडल के अंतर्गत बुदनी-बरखेड़ा तीसरी लाइन के निर्माण में बारूद का उपयोग करके ब्लास्टिंग की गई। नियमों को ताक पर रखकर की गई ब्लास्टिंग के कारण पत्थर उछलने से पास की स्थित रेलवे लाइन की ओएचई टूट गई, जिससे रेल यातायात को अचानक रोकना पड़ा। हालांकि हादसे के वक्त कोई ट्रेन नहीं आ रही थी, वरना सैकड़ों यात्रियों की दर्दनाक मौत हो सकती थी।
टाइगर भ्रमण क्षेत्र में किया विस्फोट
जहां पर बारूद लगाकर विस्फोट किया गया, दरअसल वह क्षेत्र रातापानी टाइगर रिजर्व में आता है एवं इस क्षेत्र में अकसर टाइगर सहित कई संरक्षित वन्य जीव भ्रमण करते हैं। हादसे के वक्त कोई भी जानवर आसपास नहीं था, अन्यथा जंगली जानवरों को भी नुकसार पहुंच सकता था।
वाइल्ड लाइफ से नहीं ली गई मंजूरी
सूत्रों ने बताया कि RVNL ने विस्फोट करने के लिए वाइल्ड लाइफ विभाग से कोई मंजूरी नहीं ली थी। इस मामले में जब भोपाल पीआईयू के कार्यकारी निदेशक से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन और एसएमएस का कोई जवाब नहीं दिया। कार्यकारी निदेशक अकसर सवालों के जवाब नहीं देते।
इनका कहना है:
वाइल्ड लाइफ क्षेत्र में विस्फोट नहीं किया जा सकता हालांकि विशेष परिस्थितियों में इसकी मंजूरी कुछ शर्तों पर दी जाती है। RVNL के मामले में देखना होगा कि मंजूरी दी गई है या नहीं।
- शाहनवाज हुसैन, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन, मप्र
RVNL द्वारा किए विस्फोट से ओएचई लाइन टूटी थी। आरपीएफ ने यात्रियों की जान को खतरे में डालने के लिए रेलवे एक्ट की धारा 154 एवं 174 में मामला दर्ज किया है।
- विवेक सागर, सीनियर कमांडेंट, आरपीएफ भोपाल रेल मंडल
बेहद की गंभीर मामला है। वन्य जीवों की जान के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास किया गया है। मामले की शिकायत करेंगे।
- अजय दुबे, वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट
पहली भी तोड़ा गया है नियम
आपको बता दें कि RVNL की भोपाल पीआईयू द्वारा पहले भी कई बार नियमों को दरकिनार कर ब्लास्टिंग की गई है। द करंट स्टोरी ने पूर्व में भी इसका खुलाया किया गया है। पढ़ें — तीसरी रेल लाइन के निर्माण में ब्लास्टिंग के दौरान लापरवाही, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
भ्रष्टाचार का गढ़ है भोपाल पीआईयू
द करंट स्टोरी ने RVNL के भोपाल पीआईयू में हो रही गड़बड़ियों का खुलासा कई बार किया है। लेकिन नई दिल्ली रूिथत RVNL के आला अधिकारियों ने कोई भी ठोस कार्रवही नहीं की। पूरी खबरें पढ़नें के लिए क्लिक करें:
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