द करंट स्टोरी,भोपाल। इंजीनियरिंग शाखा द्वारा नियमों को ताक पर रखने व नजरअंदाज करने की आदत भोपाल रेल मंडल के लिए लगातार परेशानी खड़ी कर रही है। शाखा के वरिष्ठ मंडल अभियंता (कॉर्डिनेशन) द्वारा अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को संरक्षण देने का नतीजा है कि रेलवे में काम लगातार प्रभावित हो रहा है। ताजा मामला भोपाल रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले शाजापुर स्टेशन के पास का है, जहां रविवार 29 दिसंबर की सुबह (एलएचएस) रेलवे ट्रेक के नीचे एक ट्राला फंस गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रेलवे ट्रेक सहित लोहे का गर्डर भी क्षतिग्रस्त हो गया।
द करंट स्टोरी को सूत्रों से जानकारी मिली कि शाजापुर स्टेशन के समीप ट्रक किलोमीटर नंबर 1261/2 के पास बने रेलवे एलएचएस में रविवार सुबह एक ट्राला फंस गया। घटना इसलिए हुई क्योंकि भोपाल रेल मंडल की इंजीनियरिंग शाखा द्वारा संरक्षा नियमों की अनदेखी कर हाईट गेज नहीं लगाया गया था। सूत्रों ने यह भी बताया कि हाइट गेज लगाने के लिए लगभग एक वर्ष पहले टेंडर दिया गया था, लेकिन तत्कालीन आईओडब्लू अभिषेक शर्मा और वर्तमान डीईएन (पश्चिम) रोहित रघुवंशी की लापरवाही के कारण ठेकेदार से हाइट गेज का निर्माण नहीं करवाया गया।
आपको बता दें कि हाइट गेज लोहे के बैरियर होते हैं जो ज्यादा उंचाई वाले वाहनों को नीचे से गुजरने से रोकते हैं। यदि कोई वाहन लापरवाही से आगे बढ़ता है तो इस गेज से टकरा जाता है जिससे रेलवे ट्रेक और पुल को क्षति नहीं पहुंचती। लेकिन यहां पर गेज निर्माण का ठेका दिए एक वर्ष से ज्यादा हो गए थे बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
घटना के बाद मंडल के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे एवं ट्राला हटाने का प्रयास शुरु करवाया। हालांकि ट्राला की टक्कर से रेलवे ट्रेक एवं पुल के लोहे का गर्डर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिससे ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है।
घटना स्थल के फोटो नीचे देखें
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