द करंट स्टोरी, डेस्क। लगता है कि देश की सत्ता पर काबिज भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गरीब किसानों का दर्द दिखाई नहीं दे रहा है। केंद्र सरकार और भाजपा दोनों को ही नई दिल्ली स्थित जंतर मंतर में पिछले लगभग एक महीने से प्रदर्शन कर रहे तामिलनाडू के किसानों ने शनिवार को अपनी मांगों के लिए कुछ अजीब ही प्रदर्शन किया।
कर्ज माफी और सूखा राहत पैकेज मांग को लेकर इन किसानों ने प्रदर्शन के दौरान अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए मूत्र पिया। किसानों ने इससे पहले कहा था कि यदि मोदी सरकार उनकी गुहार नहीं सुनती है तो वे आज मूत्र पीने और रविवार को मल खाने को मजबूर हो जाएंगे।
गौरतलब है कि पिछले एक महीने के दौरान किसानों ने सरकार का ध्यान अपनी बदहाली की ओर खींचने के लिए रोज नए तरीकों को अपनाकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें किसानों ने गले में खोपड़ी की माला पहनी, सड़क पर सांभर-चावल खाए, सांपों को जीभ पर रखा, चूहे खाए यहां तक कि निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन किया और अब बोतलों में मूत्र जमा कर रखा है। इन किसानों का कहना है अगर मोदी सरकार ने हमारी मांगें नहीं मानीं, तो हम शनिवार को मूत्र पान और रविवार को मल खाने के लिए मजबूर होंगे।
एक प्रर्दशनकारी किसान ने कहा,'हमें तमिलनाडु में पीने को पानी नहीं मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी हमारी प्यास को नजरअंदाज कर रहे हैं। इसलिए हमारे पास अपना मूत्र पीने के अलावा और कोई चारा नहीं है।'
जंतर-मंतर पर इन किसानों के समर्थन में कई नेता और दक्षिण भारतीय अभिनेता पहुंचे हैं। राहुल गांधी के अलावा मणिशंकर अय्यर और डीएमके सांसद कनिमोझी किसानों से मिल चुकी हैं। भारतीय किसान यूनियन ने भी समर्थन की घोषणा की है। बावजूद इन सबके केंद्र सरकार ने अभी तक इनके विरोध प्रदर्शन और हड़ताल को समाप्त करने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया है।
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