• Friday, May 03, 2024
Breaking News

कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, 'सोनिया की अगुवाई में केवल एक कांग्रेस अस्तित्व में'

राष्ट्रीय Mar 11, 2021       661
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, 'सोनिया की अगुवाई में केवल एक कांग्रेस अस्तित्व में'

द करंट स्टोरी। पार्टी में व्यापक सुधार की मांग करने वाले जी -23 के प्रमुख नेताओं में से एक आनंद शर्मा ने पार्टी से इस्तीफा देने वाले पी.सी. चाको के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस राज्य विधानसभा चुनाव से पहले दो भागों में बंट गई है। शर्मा ने कहा कि पार्टी में कोई दो ग्रुप नहीं है और बल्कि पार्टी सोनिया गांधी की अगुवाई में है। पी. सी. चाको ने इस्तीफा देते हुए आरोप लगाया था कि पार्टी में कोई लोकतंत्र नहीं है, इसपर शर्मा ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ऐतिहासिक रूप से आंतरिक चर्चा के लिए जानी जाती है।"

उन्होंने कहा, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लंबे इतिहास में मुद्दों पर बहस की जाती है। जो लोग स्वतंत्रता संग्राम के दौर को लेकर जागरूक हैं, वे जानते हैं कि एक ही समय में कई प्रमुख नेता थे -महात्मा गांधी थे, पंडित जवाहरलाल नेहरू थे, सरदार वल्लभभाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस।"

शर्मा ने कहा, "वह परंपरा जारी है.."

उन्होंने कहा, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में दो समूह नहीं हैं, यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में एक कांग्रेस है।"

"अभी कांग्रेस पार्टी के सामने एकमात्र उद्देश्य भाजपा और अन्य विरोधियों को हराने के लिए इन चुनावों को एक साथ लड़ना है।"

"चुनावों के बाद, अन्य आंतरिक मामलों को एक बार फिर से उठाया जा सकता है। हम इस बारे में आपको बताएंगे।"

"लेकिन कोई गलत धारणा नहीं बनने दें कि कांग्रेस पार्टी इन चुनावों को एक निकाय और आत्मा के रूप में नहीं लड़ेगी।"

कांग्रेस केरल के नेता चाको ने इससे पहले दिन में गुटबाजी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

अपने इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में अपनी हार के बाद से पिछले डेढ़ साल में एक नेता नहीं ढूंढ पाई।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस कमजोर हो गई है और यह किसी अन्य पार्टी की वजह से नहीं है, यह स्वयं के काम करने के कारण है।"

Related News

नियमों को ताक पर रख सालों से एक ही जगह डटे रेलवे कर्मचारी

Jul 20, 2022

बड़े साहब की द​रियादिली या निहित स्वार्थ! प्रवेश गौतम, भोपाल। भारतीय रेलवे  (Indian Railway) में नियमों का तो अंबार है, लेकिन इनको मानने वालों की भारी कमी है। कहने को तो भ्रष्टाचार (Corruption in Railways) पर जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance Policy) की नीति की बात करते हैं लेकिन कुछ अधिकारियों (Corrupt Railway Officers) के लिए मानो भ्रष्टाचार तरक्की (Promotion in Railway) की सीढ़ी है। यकीन न हो तो भोपाल रेल मंडल (Bhopal Rail Division) की...

Comment