द करंट स्टोरी, भोपाल। लगता है कि भोपाल रेल मंडल के प्रबंधक :डीआरएम: आलोक कुमार के लिए नियम व कानून कोई मायने नहीं रखते। हाल ही में उनपर मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भोपाल कोर्ट में क्रिमिनल केस दर्ज करवाया है (पढ़ने के लिए क्लिक करें - भोपाल डीआरएम के खिलाफ नामजद क्रिमिनल केस दर्ज ), लेकिन इसका भी उनपर कोई असर नहीं हुआ है। हाल ही में उन्होंने सारे नियमों को ताक पर रखकर पहले से बनी हुई कांक्रीट रोड (आरसीसी) के उपर डामर की रोड बनवा डाली।
द करंट स्टोरी को प्राप्त जानकारी अनुसार, डीआरएम आलोक कुमार ने उनके कार्यालय के सामने हबीबगंज में स्थित रेलवे कालोनी में सारे नियमों को ताक पर रख कर आरसीसी रोड के उपर से डामर वाली रोड बनवा डाली। द करंट स्टेारी ने मौके पर जाकर जब मामले की तस्दीक की तो उक्त जानकारी को सही पाया।
दरअसल, रेलवे कालोनी में डीआरएम द्वारा रोड बनाने का ठेका दिया गया है। हालांकि कालोनी की कुछ रोड तो उखड़ी हुई थी, जिसे कि नए सिरे से बनाया गया। लेकिन ठेकेदार को ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए कालोनी में पहले से ही बनी आरसीसी रोड पर दोबारा से डामर डालकर नई रोड बनाने के लिए मंजूरी दे दी।
इस तरह बनाई जा रही है रोड:
वहीं मामले से जुड़े अधिकारियों ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि आरसीसी रोड खराब हो गई थी इसलिए उस पर डामरीकरण कराया गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या आरसीसी रोड पर सीमेंट से ही काम क्यों नहीं कराया गया? मामला जो भी हो पर डीआरएम की कार्यप्रणाली और उनकी मंशा पर कई सवालिया निशान जरुर लगा रहा है।
डीआरएम ने पहले भी कायदे पर रखे हैं कई नियम। पढ़ने के लिए क्लिक करें :
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