प्रकाश भोमरकर, भोपाल। क्या आपके साथ जालसाज ने बैंक अधिकारी बनकर ठगी की है? क्या आपकी फेसबुक प्रोफाइल फेक बनाकर कोई आपकी अश्लील फोटो या स्टेटस अपलोड कर रहा है? यदि हां तो आपको डरने की जरूरत नहीं है। आपकी मदद के लिए जल्द ही भोपाल में इंडियन साइबर आर्मी की टीम आ रही है। वर्ष 2011 से शुरू हुई इस संस्था ने सितंबर 2015 से अब तक 17 हजार शिकायतों का निराकरण किया है। शिकायतों का निराकरण करते हुए अब तक टीम 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी की रकम लौटा चुकी है। साइबर क्राइम में कमी लाने के उद्देश्य से बनाई गई इस संस्था ने दिल्ली, उत्तरप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड में पुलिस की मदद साथ ही पीड़ितों को उनका पैसा लौटाया है। अब टीम जल्द ही भोपाल पहुंचकर यहां के लोगों की और पुलिस की मदद करेगी। टीम ने दावा किया है कि यदि घटना के 24 से 72 घंटे के अंदर आप अपने साथ हुई आॅनलाइन ठगी की शिकायत उन्हें देतें हैं तो आपके रुपए आपके खाते में लौटा दिए जाएगे।
इस तरह होती है वारदात
संस्था के साइबर एक्सपर्ट क्रिस्ले चौधरी ने बताया कि मध्यप्रदेश में उनकी टीम में शामिल संजय मिश्रा और पुष्कल पांडे इस तरह के प्रकरणों में पीड़ितों की मदद करेंगे। टीम ने बताया कि एक सर्वे के अनुसार 53 फीसदी महिलाएं साइबर क्राइम से पीड़ित हैं। इसके अलावा जालसाज बैंक अधिकारी बनकर भी धोखाधड़ी कर रहे है। ये जालसाजों का गिरोह आपसे एटीएम बंद होने की बात कर आपके एटीएम की गुप्त जानकारियां मांग लेता है। बातों ही बातों में आपसे ओटीपी नंबर भी पूछ लेता है। वन टाइम पासवर्ड मिलते ही बदमाश आपकी मेहनत की कमाई के रुपयों से आॅनलाइन खरीदारी भी कर लेता है। यदि आपके साथ इस तरह की वारदात हुई है तो आपका पैसा वापस खाते में आ जाएगा, लेकिन उसके लिए आपकों अपनी शिकायत इंडियन साइबर आर्मी को देनी होगी।
इस तरह होता है पैसा वापस
एक्सपर्ट के अनुसार आप किसी भी आॅनलाइन वेबसाइट से खरीदारी करते हैं तो जालसाज आपका रुपए तो तुरंत खरीदारी में लगा देता है, लेकिन उक्त रुपए का भुगतान 72 घंटे के बाद पूरा होता है। इस स्थिति में ट्रांजेक्शन कैंसिल किया जा सकता है। यदि 72 घंटे से ज्यादा का समय बीतता है तो उक्त रुपए का पेमेंट अंतिम रूप से हो जाता है, जिसे वापस कराने में दिक्कतें आती है। शिकायत जल्द मिलने के कारण जहां आपका रुपए आपके खाते में ट्रांस्फर हो सकता है, वहीं अपराधी तक पहुंचने में पुलिस को भी मदद मिल सकती है। दरअसल, आॅनलाइन ठगी के बाद पूरा डाटा 90 दिनों तक सुरक्षित रहता है। 90 दिन बीत जाने के बाद डाटा स्वत: ही हट जाता है।
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