द करंट स्टोरी। भोपाल। आगामी विधानसभा चुनाव में भोपाल की मध्य विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्रनाथ सिंह (मम्मा) का विधायक के तौर पर पहला कार्यकाल विवादों से भरा रहा है। ऐसा कहा जाता है कि, पूरे क्षेत्र में अवैध गुमटियों का जमावड़ा होने के पीछे, उनका ही हाथ है। ऐसा नहीं है कि सुरेन्द्र नाथ सिंह ने इसका विरोध किया हो, कई बार सार्वजनिक मंच पर भी सुरेन्द्र नाथ सिंह ने इस बात को स्वीकार किया है। हालांकि उनका तर्क रहता है कि, गुमटी लगाने से लोगों को रोजगार उपलब्ध होता है।
गुलमोहर, त्रिलंगा, एमपी नगर, अरेरा कॉलोनी आदि में रहने वाले रहवासियों ने कई बार इसको लेकर नगर निगम सहित जिला प्रशासन में शिकायत भी की है, लेकिन विधायक जी के सामने प्रशासन तक बेअसर है। जिसका उदाहरण है 10 नंबर मार्केट के पार्किंग स्थल पर बनी अवैध गुमटियां और डीबी मॉल के सामने से हटाकर अन्यत्र जगह पर गुमटियों का विस्थापन।
वहीं मामले से जुड़े अपुष्ट सूत्रों की मानें तो, विधायक जी की मंशा केवल रोज़गार देना नहीं है बल्कि इन अवैध गुमटियों को संरंक्षण देने के बहाने, विधायक जी के आदमी गुमटी लगाने वालों से बाकायदा महीने का किराया भी वसूलते हैं। हालांकि किराए वसूली के प्रमाण नहीं है, पर दबी जुबान यह चर्चा लोगों के बीच रहती है।
दिसंबर 2016 में लगभग सभी प्रमुख समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हुई थी कि, विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह ने नगर निगम अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने से रोका था। इसको लेकर विधायक जी द्वारा खुलेआम गुंडागर्दी करने पर लोगों ने सवाल भी खड़े किए थे।
इतना ही नहीं, इन्ही गुमटियों में असामाजिक तत्व भी इकट्ठा होते हैं, जो आसपास रहने वाले लोगों से अक्सर झगड़ा और वहां से गुजरने वाली महिलाओं से छेड़छाड़ तक करते हैं। लेकिन विधायक जी का संरंक्षण होने के कारण ज्यादातर मामलों में पुलिस भी बेबस ही नज़र आती है।
ऐसे में सवाल खड़े होते हैं, की भाजपा ने किस आधार पर मध्य विधानसभा सीट के लिए प्रत्यशी का चयन किया है।
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