द करंट स्टोरी, भोपाल। नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी अब कमर कस ली है। पानी की गुणवत्ता की सतत निगरानी के लिए पीसीबी ने प्रदेश भर में चार आंचलिक कार्यालय बना दिए हैं।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने नर्मदा सेवा यात्रा का आयोजन किया था, जिसका समापन 15 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमरकंटक में किया। इस दौरान राज्य सरकार के कई विभागों ने नर्मदा नदी के संरक्षण को लेकर कार्ययोजना बनाई थी। इसी कड़ी में अब पीसीबी का नाम भी जुड़ गया है।
पीसीबी के सदस्य सचिव एए मिश्रा ने द करंट स्टोरी को जानकारी देते हुए बताया कि नर्मदा नदी के जल की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा कई कार्य किए जाते हैं। इन्हीं कार्यों की समीक्षा व निगरानी के लिए पीसीबी ने संभागीय स्तर पर चार आंचलिक कार्यालयों का गठन किया है तथा सभी कार्योलयों में आंचलिक अधिकारियों की पदस्थापना की गई है।
पी के त्रिवेदी को इंदौर संभाग का आंचलिक अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह व्ही के अहिरवार को उज्जैन, एच के वर्मा को मुख्यालय भोपाल एवं आर एस परिहार को रीवा संभाग के आंचलिक अधिकारी बनाया गया है।
यह सभी कार्यालय मप्र शासन द्वारा नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान लिए गए संकल्पों को पूरा करने के लिए कार्य करेंगे।
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