भाजपा की विंग, युवा मोर्चा या मोदी आर्मी ?
द करंट स्टोरी, सतना। अनुशासन की बात करने वाली 'भाजपा', के कार्यकर्ताओं में अब सत्ता का नशा छलखने लगा है। हद तो तब हो गई जब अपना वजन बढ़ाने के लिए पार्टी के महामंत्री और अध्यक्ष एक दूसरे से झगड़ पड़े। इतना ही नही दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ थाने में शिकायत भी दर्ज करा दी। यह सब हुआ भाजपा के जनसंपर्क अभियान के दौरान।
दरअसल, मामला 8 अक्टूबर का है, जब सतना जिले की अमरपाटन विधानसभा सीट के अंतर्गत रामनगर में भाजपा का जनसंपर्क अभियान कार्यक्रम होना था। इसके लिए भाजपा ने वरिष्ठ नेता लक्ष्मी यादव को प्रभारी बनाया था। लेकिन रामनगर मंडल के अध्यक्ष यदुवंश चतुर्वेदी और युवा मोर्चा के जिला महामंत्री आशुतोष गुप्ता आपस में भिड़ गए और बात हाथापाई तक जा पहुंची। दोनो पक्षों ने मामले को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जनसंपर्क अभियान के प्रभारी लक्ष्मी यादव के स्वागत के लिए मंडल अध्यक्ष और जिला महामंत्री ने अपने स्तर पर कार्यकर्ताओं को जोड़कर रखा था। इसी बीच भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता की मौजूदगी में यदुवंश चतुर्वेदी के समर्थकों ने आशुतोष गुप्ता के साथ हाथापाई शुरु कर दी। तो वहीं यदुवंश चतुर्वेदी ने भी आशुतोष गुप्ता पर हाथापाई करने का आरोप लगा दिया। इस पूरे घटनाक्रम को पास ही खड़े एक प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी देख रहे थे। सूत्रों का कहना है कि पूरे घटनाक्रम को लेकर इस पदाधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए यह भी एक दावेदार हैं।
रामनगर से जुड़े भाजपा के सूत्रों की मानें तो पूरे विवाद की जड़ दोनों नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई है। मंडल अध्यक्ष द्वारा रामनगर में 'मोदी आर्मी' का गठन किया गया है, जो कि युवा मोर्चा के समकक्ष बताई जाती है। हालांकि भाजपा के संगठनात्मक दृष्टिकोण में मोदी आर्मी नाम से कोई भी अनुषांगिक संगठन नहीं है।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं उक्त घटना के दिन जनसंपर्क अभियान के प्रभारी रहे लक्ष्मी यादव का कहना है कि कार्यकर्ताओं में अति उत्साह के चलते थोड़ा बहुत धक्कामुक्की हो गई थी। इसका आपसी विवाद से कोई लेना देना नहीं है।
यादव के बयान से ठीक उलट, रामनगर में 9 अक्टूकर को व्यापारियों द्वारा घटना के विरोध में बाजार बंद करवाया गया, जिसका व्यापारियों ने पूरा समर्थन भी किया। व्यापारी संघ ने इस घटना को लेकर प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है।
अब देखना यह है कि भाजपा पूरे घटनाक्रम की जानकारी एकत्र कर दोषी नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करती है अथवा चुनावी नैया पार लगाने की जुगत में बढ़ती गुटबाजी पर कोई कार्यवाही करने से बचती रहेगी।
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