द करंट स्टोरी, भोपाल। एक ओर तो रेल मंत्रालय यात्री सुविधाओं और बेहतर संरक्षा के लिए हबीबगंज स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की बात कर रहा है। तो वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने का काम करने वाली कंपनी (डेवलपर) संरक्षा के नियमों को ताक पर रख काम कर रहा है।
द करंट स्टोरी को प्राप्त जानकारी अनुसार, डेवलपर द्वारा हबीबगंज स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 और 5 में फुट ओवर ब्रिज के लिए इटारसी छोर की तरफ सीढ़ियां बना रहा है। इसके लिए डेवलपर कंपनी बंसल पाथवे ने प्लेटफॉर्म में पिलर के लिए गड्ढा खोदा हैं। इस काम में डेवलपर ने इंडियन रेलवे शेड्यूल आॅफ डायमेंशन के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
रेलवे के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर द करंट स्टोरी को बताया कि प्लेटफॉर्म में पिलर के लिए बनाई गई डिजायन में संरक्षा नियमों का उल्लंघन किया गया है। इंडियन रेलवे शेड्यूल आॅफ डायमेंशन के अनुसार, प्लेटफॉर्म में पटरी से 4.75 मीटर की दूरी तक कोई भी स्ट्रक्चर का निर्माण नहीं किया जा सकता। जबकि पिलर के लिए खोदे गए गड्ढे पटरियों से लगभग 3 मीटर की दूरी पर ही हैं।
उक्त अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी की पुष्टि इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारी ने भी की है।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई वर्ल्ड क्लास स्टेशन यात्रियों को सुरक्षा व संरक्षा दे पाएगा।
गौरतलब है कि पटरियों के पास ओपन स्पेस इसलिए रखा जाता है क्योंकि यदि कोई दुर्घटना आदी हो जाए तो यात्रियों के निकलने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो सके।
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