द करंट स्टोरी, भोपाल। एक जुलाई से देश भर में GST लागू हो चुका है। इसके बाद से ही व्यापारियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में अब रेलवे भी शामिल हो गया है। आगामी 20 अगस्त से रेलवे के समस्त कार्य रुक सकते हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है।
द करंट स्टोरी को प्राप्त जानकारी अनुसार, रेलवे में मेंटेनेंस सहित यात्री सुविधा मुहैया कराने वाले समस्त ठेकेदार 20 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं। हड़ताल का कारण GST बताया जा रहा है जिससे ठेकेदारों पर अतिरिक्त भार पड़ेगा।
इंडियन रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (IRIPA) के ज्वाइंट सेकेट्ररी अशोक आहूजा ने द करंट स्टोरी से बात करते हुए बताया कि जो भी ठेके एक जुलाई 2017 के पहले लिए गए हैं, उनमें GST शामिल नहीं था। लेकिन GST लागू होने के बाद से सभी ठेकेदारों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है, जिससे कि ठेकेदारों को नुकसान होगा।
आहूजा ने आगे बताया कि एक साल पहले हुए टेंडरों में GST शामिल नहीं था। इनमें पहले केवल VAT लगता था। लेकिन GST लागू होने के बाद 12 प्रतिशत का अतिरिक्त टैक्स ठेकेदारों को देना पड़ेगा। जिससे कि ठेकेदारों को नुकसान होगा। इसको लेकर एसोसिएशन ने मंडल से लेकर रेल मंत्री सुरेश प्रभु तक को पत्र लिखा, लेकिन रेलवे ने अभी तक इसका समाधान नहीं निकाला।
उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने एक महीने पहले ही टूल डाउन (काम रोको) हड़ताल पर जाने की जानकारी रेलवे को दे दी है। यदि समाधान नहीं निकला तो देश भर के ठेकेदार अनिश्चि कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
12000 करोड़ रुपए लगेगा GST
रेलवे से जुड़े सूत्रों के अनुसार, GST लागू होने के बाद रेलवे में चल रहे विकास कार्यों पर लगभग 12000 करोड़ रुपए का GST लगेगा। वहीं भोपाल रेल मंडल में लगभग 600 करोड़ रुपए GST लगने की उम्मीद है। वर्तमान में भोपाल रेल मंडल में लगभग 5000 करोड़ रुपए के काम चल रहे हैं। यदि रेल मंत्रालय मांगों को मान लेता है तो लगभग 12000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार रेलवे पर पड़ेगा।
यह कार्य होंगे प्रभावित
ठेकेदारों की हड़ताल से स्टेशन पर साफ सफाई, ट्रेक मेंटनेंस, नई रेल लाइन, लिंकिंग, पुलों का निर्माण एवं पुननिर्माण आदि कार्य पूरी तरह से रुक जाएंगे।
RVNL के काम नहीं होंगे प्रभावित
रेलवे के ठेकेदारों की हड़ताल से रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) द्वारा कराए जा रहे विकास कार्य प्रभावित नहीं होंगे। इसके लिए आरवीएनएल ने आदेश जारी कर दिया है कि GST के कारण जो भी अतिरिक्त टैक्स देय होगा उसका भुगतान RVNL ठेकेदारों को करेगा।
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