द करंट स्टोरी, भोपाल। देश में केंद्र सरकार द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (GST) एक जुलाई से लागू करने के बाद न केवल निजी व्यवसाईयों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है बल्कि केंद्र सरकार के विभागों पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
ताजा मामले में रेलवे की पार्सल से होने वाली आय में कमी देखी गई है। इतना ही नहीं रेलवे में पार्सल बुकिंग भी कम हो गई है।
भोपाल रेल मंडल के भोपाल स्टेशन से पिछले दस दिनों (1 से 10 जुलाई 2017) में लगभग 13000 पार्सल ही बुक हुए हैं, जिससे लगभग 10 लाख रुपए की आय ही हुई है। जबकि GST लागू होने से पहले भोपाल स्टेशन से दस दिनों में (21 जून से 30 जून 2017) लगभग 27000 पार्सल बुक हुए थे, जिससे लगभग 12 लाख रुपए की आय हुई थी। मतलब लगभग 2 लाख रुपए की आय का नुकसान। हालांकि यह आंकड़ा बहुत कम है लेकिन भोपाल रेल मंडल में आधे दर्जन से भी ज्यादा स्टेशनों में यही हालात हैं। यदि सबके आंकड़े मिला लिए जाएं तो संभवत: की नुकसान 25 लाख रुपए से ज्यादा का हो सकता है।
भोपाल रेल मंडल के वरिष्ठ अधिकारी ने द करंट स्टोरी को बताया कि ऐसा नहीं है कि बुकिंग केवल इसी मंडल में कम हुई है। लगभग सभी मंडल में ऐसे ही हालात हैं। उदाहरण के लिए 21 जून से 30 जून तक भोपाल स्टेशन में लगभग 24 हजार पार्सल उतरे थे, जबकि GST लागू होने के बाद एक से दस जुलाई के बीच लगभग 18 हजार पार्सल ही भोपाल में उतरे।
अधिकारी ने आगे बताया कि पार्सल कम आने का मतलब है कि संपूर्ण रेल मंडलों में कमोवेश ऐसे ही हालात हैं।
रेलवे के अन्य सूत्र ने बताया कि ऐसा संभवत: इसलिए हुआ होगा क्योंकि व्यवसाईयों को GST समझने और उसे लागू करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
आय के आंकड़े को ऐसे समझें (भोपाल स्टेशन की स्थिति):
21—30 जून | 1—10 जुलाई | |
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पार्सल की आवक (नग) | 24000 | 18000 |
पार्सल बुकिंग (नग) | 27000 | 13000 |
आय | 12 लाख रु. | 10 लाख रु. |
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